Top 50+ Mahendi Ceremony Shayari in Hindi | Mahendi ceremony wishes in Hindi,
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#मेहंदी का रंग चढ़ा ऐसे मेरे हाथों में
जैसे तेरा इश्क चढ़ा था मेरी सांसों में!!!
#लड़की के हाथों पर जब मेहंदी रचाई जाती हैं
तो बहुत सारे रिश्तों की अहमियत बताई जाती हैं!!!
#चुरा के मुट्ठी में दिल को छुपाये बैठे हैं
बहाना ये हैं की मेहंदी लगाये बैठे हैं!!!
#तेरे हाथों की मेहदी में मेरे प्यार का भी रंग हैं
तू किसी और का हो जा पर तेरा प्यार मेरे संग हैं!!!
#तुम्हारे नाम की मेहंदी लगाये बैठे हैं
चले भी आओं हम खुद को सजाये बैठे हैं!!!
#जो कहती थी तुमसे ज्यादा कोई हमें इस
दुनिया में प्यारा नहीं हैं दुल्हन बनी बैठी हैं
वो और मेहंदी में नाम भी हमारा नहीं हैं!!!
#तेरे मेहंदी लगे हाथों पे मेरा नाम लिखा हैं
जरा से लफ्ज में कितना पैगाम लिखा हैं!!!
#मेहंदी हाथों पे लगाकर वो मुस्कुरा रही थी मेरे
अरमानों को दफ़न कर वो नया घर बसा रही थी!!!
#कैसे भूल जाऊ मैं उसको जो चाहता हैं इस कदर
हथेली की मेहंदी में लिखा हैं उसने मेरा नाम छिपाकर!!!
#तेरी मेहंदी वो देखंगे तो अपना दिल रख
देंगे मेहंदी रूप सवारे मेहंदी रंग निखारे!!!
#तू कितना चाहता हैं मुझे ये मेरे हाथों
पर लगी मेहंदी ने मुझे बताया हैं!!!
#मेहरबानी होगी आपकी मुस्कान दिख जाये
चेहरे पर सजे आपके पैगाम दिख जाये पर्दों
में ना छिपाओं आँखों का तुम काजल काश
के मेहंदी में तुम्हारी हमारा नाम दिख जाये!!!
#कुछ और जज्बातों को बेताब किया उसने
आज मेहंदी वाले हाथों से आदाब किया उसने!!!
#मेहंदी लगाये बैठे हैं कुछ इस अदा से वो
मुट्ठी में उनकी दे दे कोई दिल निकाल के!!!
#मेहंदी लगा कर जा रही हो मेरी मोहब्बत को
सबसे छिपा रही हो सुना था बहुत दिल वाली
हो तुम फिर क्यूँ मेरे दिल में आग लगा रही हो!!!
#गोरी सी हथेली पर सांवली सी मेहंदी खुशबू
और प्यार का रंग तेरा साथ हो तेरा संग!!!
#हम चाहत के अफसाने लिखते रहे वो भी
हमें दूर से देखते रहे जब हमने इजहार करने
को हाथ थामा तो मेहंदी से रंगा उसका हाथ पाया!!!
#मेहंदी तो हाथों पर लगायी जाती हैं उसका
रंग ना जाने कितने दिलों पर चढ़ता हैं!!!
#इन हाथो में लिख कर मेहंदी से सजना
का नाम जिसको मैं पढ़ती हूँ सुबह शाम!!!
#आज फिर मेहंदी लगी हैं इन हाथों
में ना रंग उसका ना नाम उसका!!!
#इन हाथों में मेहंदी लगाये बैठे हो सच-सच
बताओं किस-किसका नाम छुपाये बैठे हो!!!
#मेहंदी का नहीं जनाब रंग तो मोहब्बत का होता हैं
चाँद दुआ इबादत खुदा सब महबूब में होता हैं क्या नाम
क्या रिश्ता रूह से तुम्हारी जुडी हैं रूह हमारी नुरे इश्क
से रोशन दिलों में फ़रिश्ते का सजदा होता हैं!!!
#कौन कहता हैं हाथों की मेहंदी प्यार का रंग बताती हैं
वो देख ले अगर एक नजर ये आँखे भी रंग इश्क दिखाती हैं!!!
#तूने जो मेहंदी वाले हाथों में मेरा नाम लिखा हैं तुम
कहो या ना कहों तुम्हारे दिल का प्यार मुझे दिखा हैं!!!
#आब तो आजा साजन देख
तेरे नाम की मेहंदी लगवाई हैं!!!
#आज फिर लगा ली हैं हाथों में मेहंदी आज
फिर तुम्हे सोचकर खुद का नाम लिख लिया हैं!!!
#नाम यूँ ही मेहंदी का आता हैं
रंग सारे पिया के होते हैं!!!
#मैं ना लगाऊंगी मेहंदी तेरे नाम की
कमबख्त रंग चढ़ कर उतरता ही नहीं!!!
#हम चाहत के अफसाने लिखते रहे वो भी
हमें दूर से ताकते रहे जब हमने इजहार करने
को हाँथ थामा तो मेहंदी से रंगा उनका हाथ पाया!!!
#मेहंदी लगी तेरे हाथों में देख क्या दिन आया हैं
तू बनेगी मेरी दुल्हन तेरा दूल्हा सजके आया हैं!!!
#वो जो सर झुकाए बैठे हैं हमारा दिल चुराए
बैठे हैं हमने कहा हमारा दिल लौटा दो वो बोले
हम तो हाथों में मेहंदी लगाये बैठे हैं!!!
#अगर मोहब्बत उनकी कमाल ना होती तो
मेरे हाथों की मेहंदी भी यूँ लाल ना होती!!!
#ये मेहंदी तुम्हारे नाम की हैं इसकी खुशबू तुम्हारा
प्रेम हैं और इसका जो गाढ़ा रंग मेरे हाथों पर उतरता
हैं वो मेरे प्रति तुम्हारे प्रेम की गहराई हैं!!!
#मोहब्बत भी हाथों पर लगी मेहंदी की तरह होती हैं
कितनी भी गहरी क्यूँ ना हो आखिर फीकी पड़ ही जाती हैं!!!
#मेरा आज मेरा कल हो आप मेरे हाथों की मेहंदी
हाथों की लकीर हो आप हर पल बस आपका ही रहता
हैं ख्याल हमको कुछ इतना दिल के करीब हो आप!!!
#ये मेहंदी भी कितनी खुबसूरत होती हैं
ना टूट कर हाथों मैं बिखर जाती हैं!!!
#मेरे हाथों की मेहंदी की वो महक तेरी बातों में
वो कशिश और चहक आज भी याद हैं पहली
मुलाकात का खुमार आज भी आबाद हैं!!!
#वैसे तो ये इल्जाम अपने नाम कर दूँ हाथों
में मेहंदी लगा लू और तुझे सरेआम कर दूँ!!!
#मेहंदी हैं रचने वाली हाथों मैं गहरी लाली कहें
सखियाँ अब कलियाँ हाथों में खिलने वाली हैं तेरे
मन को जीवन को नयी खुशियाँ मिलने वाली हैं!!!
#प्रेमिकाओं के हाथ की मेहंदी केवल सुन्दर
आकृतियाँ नहीं जिन में छुपा हैं नाम उनके प्रेमी
का अपितु वास्तव में हैं प्रेम का अनुबंध!!!
#मेहंदी लगा के गहने पाके हाय रोके तू सबको
रुलाके सवेरे चली जाएगी तू बड़ा याद आएगी!!!
#इक सुबह थी जो शाम में तब्दील हो गयी
इक रंग हैं जो रंग ऐ हिना हो नहीं रहा!!!
#मेहंदी रंग लाती हैं सुख जाने के बाद
मुहब्बत याद आती हैं दूर जाने के बाद!!!
#मेहंदी उनके हाथों में लगा दो यारों मुझे को भी
मेरी असल राह दिखा दो यारों पहना के मुझे मेरी
ही गुर्बत का कफन उनपे सुर्ख जोड़ा सजा दो यारों!!!
#हाथों में मेहंदी जिस्म पे हल्दी लगाये हो क्या थक
गए हमसे या अब किसी और पे दाव लगाये हो!!!
#मेहंदी लगाये बैठे हैं कुछ इस अदा से वो
मुट्ठी मैं उनकी देदे कोई दिल निकाल के!!!
#मेरी सुबह भी तुम मेरी शाम भी तुम हो
हाथों की लकीरों पर रची ये मेहंदी भी तुम
हो सोचूं जब भी मैं तो ख्याल भी तुम हो
हद से ज्यादा तुम मेरे दिल के करीब हो!!!
#उसने हाथों पर मेहंदी लगा रखी थी
हमने भी अपनी बारात सजा रखी थी
क्यूंकि हमें मालूम था वो बेवफा निकलेगी
इसलिए हमने भी उसकी सहेली पटा रखी थी!!!
#क्या हुआ जो उसने रचा ली मेहंदी
हम भी अब सेहरा सजायेंगे तो क्या हुआ
अगर वो हमारे नसीब में नहीं अब हम
उसकी छोटी बहन पटायेंगे!!!