Top 50+ Gulzar Shayari in Hindi | गुलज़ार शायरी हिंदी में
Gulzar Shayari in Hindi:- Gulzar Shayari in Hindi, Image, and quotes in Hindi, We are talking about Gulzar Shayari on this page, so we have many Shayari here to read and Share with your friends on WhatsApp, and Facebook status. We are giving many of Sharayi about Good Afternoon so keep reading and sharing this page. Gulzar Shayari in Hindi for the Girlfriend, Boyfriend.
यूँ भी इक बार तो होता कि समुंदर बहताकोई एहसास तो दरिया की आने का होता
आप के बाद हर घड़ी हम नेआप के साथ ही गुज़ारी है
दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोईजैसे एहसान उतारता है कोई
हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करतेवक़्त की शाख़ से लम्हे नहीं तोड़ा करते
काँच के पीछे चाँद भी था और काँच के ऊपर काई भीतीनों थे हम वो भी थे और मैं भी था तन्हाई भी
खुली किताब के सफ़्हे उलटते रहते हैंहवा चले न चले दिन पलटते रहते है
शाम से आँख में नमी सी हैआज फिर आप की कमी सी है
वो उम्र कम कर रहा था मेरीमैं साल अपने बढ़ा रहा था
वो उम्र कम कर रहा था मेरीमैं साल अपने बढ़ा रहा था
कोई न कोई रहबर रस्ता काट गयाजब भी अपनी राह चलने की कोशिश की
कितनी लम्बी ख़ामोशी से गुज़रा हूँउन से कितना कुछ कहने की कोशिश की
कोई अटका हुआ है पल शायदवक़्त में पड़ गया है बल शायद
“पलक से पानी गिरा है,तो उसको गिरने दोकोई पुरानी तमन्ना,पिंघल रही होगी!!”
बहुत मुश्किल से करता हूँ,तेरी यादों का कारोबार,मुनाफा कम है,पर गुज़ारा हो ही जाता है..
ना रहा करो उदास
किसी बेवफा की याद में
वो खुश हे अपनी दुनिया में
तेरी दुनिया को उजाड़ के।
इश्क़ की राह भी अजीब है ,
किसी और का सिखाया इश्क़
किसी और से करना पड़ता है।
सोचता हूँ अब में भीं सिख लू
यारो बेरुखी करना ,
सब मोहब्बत देते देते
मेने अपनी कदर खो दी है।
मेरे शहर में कुछ ऐसे लोग रहते है
जिस्म की भूख को इश्क़ कहते है
होने वाले खुद ही
अपने हो जाते है,
किसी को कहकर
अपना नहीं बनाया जाता
संवर रही हे आज वो
किसी और के लिए
में आज भी बिखर रहा हूँ
उसके लिए।
हम उनके लिए ‘अहम्’
वा रे दिल तेरा ‘वहम’
खामोशी समझदारी बढाती है
और मज़बूरी भी ,
कहीं नजदीकियां बढ़ती है
और कहीं दूरिया।
तेरी तो फितरत ही थी
सबसे मोहब्बत करने की ,
हमने बेवजह ही
खुद को खुश नसीब समझा।
में ही गलत था शायद
आखिर था भी मेरा पहला प्यार ,
वो सही ही होगा
उसे पहले भी हुआ था कई बार।
वो जो देखकर
अनदेखा सा करता है हमें ,
देखेगा आँखे फाड़ के
जब हम नजर नहीं आएंगे।
इन होठो की मुस्कान में
क्या रखा हे साहब,
दर्द तो दिल की गहराइयों में
दफ़न कर रखा हे हमने।
फिर नहीं बस्ते वो दिल जो
एक बार टूट जाया करते है ,
कब्रे कितना भी संवार लो
कोई जिन्दा नहीं होता।
किसी लड़की को नजरो से ही
लूट लेता हे वो शख्स ,
उसे उसकी बहन
महफूज चाहिए
मोहब्बत और मौत की
पसंद तो देखो ,
एक को दिल चाहिये और
दूसरे को धड़कन।
जो समझाए भी
और समझे भी,
बस ऐसा एक समझदार
दिलबर चाहिए।
कोन पूछता है
पिंजरे में बंद परिंदो को
याद वहीं आते है जो उड जाते है।
मेने आग जलाई थी
उसकी यादे जलाने के लिए ,
लोग इकट्ठा होने लग गए
हाथ सेंकने के लिए
साथ मेरे बैठा था पर
किसी और के करीब था ,
वो अपना सा लगने वाला
किसी और का नसीब था
बर्बाद हो गए हम
उनकी मोहब्बत के लिए
और वो कहते है
इस तरह प्यार नहीं होता
याद तुम्हे भी आएगे वो लम्हे ,
कि कोई था
जब और कोई नहीं था। ..
वो कभी डरा ही नहीं
मुझे खोने से
वो क्या अफ़सोस करेंगे
मेरे न होने से
क्या बात है
बड़े चुपचाप से बैठे हो,
कोई बात दिल पर लगी है
या दिल लगा बैठे हो।
वफ़ा की उम्मीद
न करो उन लोगो से ,
जो मिलते है किसी और से,
होते है किसी और के..
वजह पूछने का
मौका ही नहीं मिला ,
वो लहजा बदलते गए
और हम अजनबी होते गए
जज्बात लिखे तो
मालूम हुआ कि
पढ़े लिखे लोग भी
पढ़ना नहीं जानते।
न किसी से शिकायत
न अनबन है ,
बस कुछ दिन
अकेले चलने का मन है
अकेला खुश हूँ
अब परेशांन मत कर ,
इश्क़ है तो इश्क़ कर
अब अहसान मत कर।
वो जो कहते थे कि
वक़्त ही वक़्त है तुम्हारे लिए ,
आज कहते है तुम्हारे सिवा
और भी काम होते है। .
हमें कोई ना पहचान पायाकरीब से,कुछ अंधे थे कुछ अँधेरे में थे। ..
ऐसे ही नहीं बन जाते
गैरो से रिश्ते ,
कुछ खालीपन अपनों ने
ही दिया होगा। ..
रूठने का हक़ है तुझे ,
वजह बताया कर।
खफा होना गलत नहीं
तू खता बताया कर। ..
ये इश्क़ भी शराब का
नशा जैसा है दोस्तों,
करे तो मर जाये और
छोड़े तो किधर जाए। ..
जनाब तुम समुन्दर की
बात कारते हो ,
यंहा तो लोग आँखों में
डूब जाते है
कोन कहता है
वक़्त बहुत तेज है ,
कभी किसी का
इंतजार करके देखो।
कुछ अलग करना हो
तो भीड़ से हट के चलिए,
भीड़ साहस तो देती हैं
मगर पहचान छीन लेती हैं।